New Airport Project: कोटा-बाड़मेर के बाद राजस्थान के इस जिले में बनेगा नया एयरपोर्ट, 110 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण

Agro Haryana, New Airport Project: कोटा व बाड़मेर में नए एयरपोर्ट को लेकर काम जोरों से चल रहा है। इसी बीच राजस्थान के अलवर जिले में नए एयरपोर्ट को लेकर संभावना बढ़ गई है। कोटा की तर्ज पर अलवर जिले में भी ग्रीनफ़ील्ड एयरपोर्ट बनाया जा सकता है। इसके लिए 110 एकड़ तक बंजर भूमि का शहर के नजदीकी क्षेत्र में अधिग्रहण हो सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार एमआईए, भिवाड़ी, नीमराणा, टपूकड़ा जैसे औद्योगिक क्षेत्र और डीएमआईसी कॉरिडोर के बनाए जाने के बाद अलवर में एयरपोर्ट को लेकर मंथन कर रही है। एक दशक पहले कांग्रेस सरकार के दौरान कोटका सिम इलाके में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मंजूरी मिली थी। इसके लिए 110 एकड़ जमीन की जरूरत थी लेकिन बदलते दौर के साथ प्रशासन ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
प्रदेश सरकार कर रही मंथन
अलवर व आसपास के इलाके जिनमे भिवाड़ी, नीमराणा, टपूकड़ा आदि इलाकों में तेजी से औद्योगिक विस्तार हुआ है। इसके चलते बड़ी कंपनिया भी इन इलाकों में निवेश कर रही है।
राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में 430 निवेशकों ने 1.66 लाख करोड़ का निवेश अलवर में करने के लिए हामी भरी है। ऐसे में निवेशकों को उड़ान भरने के लिए एयरपोर्ट (Airport In Alwar) जैसी सुविधाएं चाहिए। प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार अब प्रदेश की सरकार अब अलवर में नए एयरपोर्ट को लेकर मंथन कर रही है।
कोटकासिम इलाके में नहीं मिल पाई जमीन
जानकारी के लिए बता दे कि कोटकासिम में ग्रीनफ़ील्ड एयरपोर्ट के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी और समतल ज़मीन को उपलब्ध कराया जाना था लेकिन वो प्रशासन की उदासीनता के चलते नहीं मिल पाई।
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक क्षेत्र भी विकसित करने की योजना थी, ताकि यहां का माल आसानी से दूसरी जगहों पर पहुंच सके, लेकिन इसमें भी जमीन राह का रोड़ा बनी हुई थी। एक बार फिर से अलवर एयरपोर्ट की संभावनाएं देखी जा रही हैं। अभी तक इतने बड़े स्तर पर निवेश के बावजूद लोगों को उड़ान भरने के लिए दिल्ली-जयपुर एयरपोर्ट जाना पड़ता है।
एयरोसिटी बनाए जाने का भी प्रस्ताव
हासिल जानकारी के अनुसार, कांग्रेस सरकार के अलवर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के प्रस्ताव में एयरोसिटी निर्माण का प्रस्ताव भी शामिल था। इसे एयरपोर्ट के नजदीक बनाए जाने की योजना थी। इसमें होटल से लेकर आलीशान भवन बनने थे। पूरा एरिया विदेशी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जाना प्रस्तावित था। अब अगर 110 एकड़ जमीन मिल जाती है तो जल्द ही इस काम को शुरू किए जाने का अनुमान है।