राजस्थान के 13 लाख पेंशनर्स की पेंशन होगी बंद, 31 मार्च तक की डेडलाइन
Rajasthan News: राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 13 लाख 87 हजार 52 पेंशनभोगियों की पेंशन बंद हो सकती है। जिन पेंशनर्स ने अपना वार्षिक सत्यापन नहीं करवाया है उनके लिए सरकार ने 31 मार्च तक की डेडलाइन दी है।

Agro Haryana, Rajasthan News: राजस्थान के 13 लाख पेंशनर्स की पेंशन बंद हो सकती है। 13 लाख 87 हजार 52 यानि 15.13 प्रतिशत कुल पेंशनर्स का वार्षिक सत्यापन नहीं हो पाया है। ऐसे में जल्द सत्यापन न होने से इनकी पेंशन रोकी जाएगी। इसके लिए 31 मार्च तक पेंशन सत्यापन की डेडलाइन तय की गई है।
इन पेंशनर्स का सत्यापन ऑनलाइन किया जा रहा है। पेंशनर्स 31 मार्च तक अपना सत्यापन करवा सकेंगे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने बताया कि इस सत्यापन की प्रक्रिया से पेंशनर का वार्षिक सत्यापन नहीं होने पर फिल्ड कार्मिक की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित स्वीकृतिकर्ता अधिकारी द्वारा उनका वार्षिक भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
भौतिक सत्यापन के दौराना संबंधित स्वीकृतिकर्ता अधिकारी के आधार से जुड़े मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। वार्षिक सत्यापन के समय स्वीकृतिकर्ता अधिकारी द्वारा एक घोषणा का चयन करना होगा जिसमें लिखा होगा कि मैंने पेंशनर के दस्तावेजों को व्यक्तिगत रूप से जांच लिया है। पेंशनर मेरे समक्ष व्यक्तिश उपस्थित हुआ है। इसके लिए अधिकारी धरातल पर काम भी कर रहे है।
पेंशन योजना के तहत 91 लाख 69 हजार 765 में से 77 लाख 82 हजार 713 प्रतिशतद्ध पेंशनर्स का वार्षिक सत्यापन हो चुका है जबकि 13 लाख 87 हजार 52 ;15.13 प्रतिशत का वार्षिक सत्यापन नहीं हो पाया है।
सरकार ने इस सत्यापन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए डिजिटल प्रक्रिया को मजबूत किया है, जिससे पात्र व्यक्तियों को उनकी पेंशन योजना का लाभ सुचारू रूप से मिलता रहे।
नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर
पेंशन सत्यापन की पुरानी प्रक्रिया के तहत पहले पेंशनर्स को संबंधित सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे बुजुर्गों और दिव्यांग पेंशनर्स को काफी परेशानी होती थी। लेकिन अब पेंशन पोर्टल पर लॉगइन करके ओटीपी आधारित डिजिटल सत्यापन से यह प्रक्रिया तेज और अधिक पारदर्शी हो गई है।
इसके अंतर्गत पेंशनर्स को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपने मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त करना होगा, जिसके बाद उनकी पहचान सत्यापित की जाएगी। सरकार ने यह भी कहा है कि जिन पेंशनर्स को गलत जानकारी के आधार पर पेंशन मिल रही थी, उनकी पेंशन बंद हो गई है।