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Rajasthan tunnel: राजस्थान में करोड़ो की लागत से बनेगी नई सुरंग, दिल्ली मु्ंबई एक्सप्रेसवे से होगी कनेक्ट

Rajasthan New tunnel: राजस्थान में करोड़ो रुपए की लागत से नई सुरंग बनाई जा रही है। जोकि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगी। जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में बनने वाली ये नई सुरंग कुल 3.3 किमी लंबी है। जिसमें दोनों ओर से 1.6 किमी का हिस्सा वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर प्रयोग किया जाएगा। 
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Rajasthan tunnel: राजस्थान में करोड़ो की लागत से बनेगी नई सुरंग, दिल्ली मु्ंबई एक्सप्रेसवे से होगी कनेक्ट
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Rajasthan New tunnel:यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के मकसद से राजस्थान में नई सुरंग बनाई जा रही है। जिस पर 1 हजार करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। राजस्थान में बनने वाली ये सुरंग दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगी। ये नई सुरंग 3.3 किमी लंबी और 38 मीटर चौड़ी वहीं इस नई सुरंग अत्याधुनिक सुविधाओं की सुविधा देखने को मिलेगी। सुरक्षा के लिहाज से सुरंग में सीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।


जोकि सुरंग के दोनों और बनाए गए कंट्रोल रूप में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लेस सर्विलांस सिस्टम जोड़े जाएंगे। जानकारी के अनुसार राजस्थान में बनने वाली नई सुरंग की सुरक्षा  स्काडा कंट्रोल सिस्टम से की जाएगी। यह सिस्टम वाहनों की गति सीमा समेत अन्य गतिविधियों की निगरानी करने में मदद करता है। वहीं दूसरी ओर वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सुरंग के दोनों ओर  से 1.6 किमी का हिस्सा प्रयोग में लिया जाएगा। 

1 हजार करोड़ की लागत से तैयार होगी नई सुरंग

राजस्थान में बिछने वाली नई सुरंग पर करीब 1 हजार करोड़ रूपए की लागत आने का अनुमान है। इसकी लंबाई 3.3 किमी लंबी और सुरंग के दोनों और 1.6 किमी का हिस्सा वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर प्रयोग में लिया जाएगा। जिसके चलते सुरंग की लंबाई 4.9 किमी हो जाएगी। मीडिया जानकारी के अनुसार सुरंग (Rajasthan tunnel) की खुदाई का काम जारी है। जून महीने में सुरंग का काम पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद इसे जनवरी 2026 से शुरू कर दिया जाएगा। 

सुरंग में मिलेगी खास सुरक्षा

मीडिया को जानकारी देते हुए निर्माण कंपनी दिल्ली बिल्डकॉन लिमिटेड के जनरल मैनेजर संजय कुमार राठौड़ ने बताया कि राजस्थान (Rajasthan) में बनने वाली नई सुरंग में सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है। जिसके चलते सुरंग में 12 स्थानों पर इमरजेंसी द्वारा रखे गए है। जिसके चलते दुर्घटना जैसी आपात स्थिति में यात्री आसानी से इन एमरजेंसी गेट का प्रयोग कर सकता है। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सुरंग की लंबाई ज्यादा है इसलिए इसमें  वेंटिलेशन की विशेष व्यवस्था करने की योजना है।


मीडिया को जानकारी देते जनरल मैनेजर संजय कुमार राठौड़ ने बताया कि सुरंग में जहरीली गैस की पहचान करने के लिए अत्याधुनिक पॉल्यूशन डिटेक्टर सेंसर का प्रयोग किया गया है। जिसकी मदद से टनल में नाइट्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर जैसी खतरनाक गैसों पर पूरी निगरानी रखने के साथ ही इन्हें बाहर निकालने के लिए विश्व स्तरीय ऑटोमैटिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
 

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