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UP New Expreesway: उत्तरप्रदेश के 15 जिलों की जमीन होगी महंगी, गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे

UP Expreesway News: उत्तरप्रदेश के  लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। आने वाले समय  मे आपको उत्तरप्रदेश के 15 जिलों में जमीनों की कीमतों  में उछाल देखने को मिलेगा। यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के मकसद से उत्तरप्रदेश में नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। आइए जानते है विस्तार से 
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UP New Expreesway: उत्तरप्रदेश के 15 जिलों की जमीन होगी महंगी, गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे
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Agro Haryana News: (UP Expressway) उत्तरप्रदेश में सड़क कनेक्टविटी को बेहतर करने की दिशा में काम करते हुए योगी सरकार की ओर से नए हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। जोकि प्रदेश के शामली से गोरखपुर तक जाएगा। प्रदेश में बनने वाला ये नया एक्सप्रेसवे यूपी के 15 जिलों को आपस में जोड़ेगा।

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यूपी में बनने वाले इस नए एक्सप्रेसवे से एक तरफ जहां विकास की नई राह खुलेगी वहीं दूसरी ओर यात्रियों का आवगमन पहले से सुगम होगा। 

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह एक्सप्रेसवे नेपाल सीमा पर निगरानी के लिहाज से बेहद खास साबित होने वाला है। एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को दी गई है। जानकारी के लिए बता दें उत्तरप्रदेश देश में सबसे ज्यादा हाईवे और एक्सप्रेसवे बनाने वाला पहला राज्य बन गया है।

परियोजना के तहत गोरखपुर से शामली तक बनने वाला नया एक्सप्रेसवे प्रदेश के विकास को नई दिशा देगा। परिेयोजना के तहत एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक परियोजना के तहत गोरखपुर से शामली तक बनने वाले नए एक्सप्रेसवे का फायदा लखनऊ, सीतापुर, बरेली, मेरठ, बिजनौर और मुरादाबाद जैसे प्रमुख शहरों को होगा। 

उत्तरप्रदेश के इन 15 जिलों की जमीन होगी महंगी

सड़क कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए गोरखपुर से शामली तक नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। जोकि यूपी के गोरखपुर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, मेरठ और शामली के बीच से होकर गुजरेगा। नए एक्सप्रेसवे के बन जाने से प्रदेश के इन 15 जिलों की जमीन महंगी हो जाएगी। 

गोरखपुर से शामली तक बनने वाले नए एक्सप्रेसवे की जिम्मेदारी एनएचएआई को दी गई है। मीडिया को जानकारी देते हुए एनएचएआई के अधिकारियों के बताया कि NHAI के अनुसार, जल्द ही सीमांकन की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके बाद भूमि अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण में कुछ समय लग सकता है, लेकिन इसके पूरा होते ही हाईवे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान है कि इस हाईवे को बनने में कम से कम 3 साल लगेंगे। 

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