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water shortage: यूपी के इस जिलों में होने जा रही है पानी की किल्लत, जानिए क्या है इसकी वजह

UP news: जैसे जैसे त्यौहार नज़दीक आ रहे हैं वैसे वैसे इस इलाके के लोगों की दिक्क्त बढ़ती जा रही है। यूपी के इस ज़िले के इस इलाके में त्योहारी सीजन में पानी की किल्लत होने जा रही है। तो आइए नीचे खबर में जानते है इसके पीछे की वजह के बारे में..
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यूपी के इस जिलों में होने जा रही है पानी की किल्लत, जानिए क्या है इसकी वजह  

Agro Haryana, Digital Desk- नई दिल्ली: त्योहारों पर शहर में पेयजल का संकट खड़ा हो सकता है। अपर और मध्य गंगा कैनाल की सफाई कार्य के चलते बुलंदशहर के पालड़ा फाल से गंगाजल की आपूर्ति कम होने के कारण यह संकट खड़ा हुआ है।

जल निगम और जलकल विभाग के अधिकारी सिंचाई विभाग के संपर्क में हैं। जनता की परेशानी को देखते हुए जलकल विभाग ने यमुना जल अधिक लिफ्ट करने की तैयारी कर ली है, ताकि गंगाजल की कमी की भरपाई की जा सके।

बुलंदशहर के पालड़ा फाल से आगरा-मथुरा को 150 क्यूसेक गंगाजल दिया जाता है। इसमें से 10 क्यूसेक मथुरा को दिया जाता है, शेष 140 क्यूसेक आगरा में आता है। लेकिन, सफाई कार्य के चलते शनिवार सुबह से गंगाजल में कमी आनी शुरू हो गई।

आगरा तक 150 की जगह केवल 90 क्यूसेक पानी की सप्लाई ही हो पाई। इस वजह से रविवार और सोमवार को जीवनी मंडी और सिकंदरा वाटरवर्क्स पर गंगाजल की मात्रा कम रहेगी। इसका असर जलापूर्ति पर पड़ेगा।

इन जगहों पर ज्यादा पड़ेगा असर

सिकंदरा और जीवनी मंडी वाटरवर्क्स पर गंगाजल की मात्रा कम पहुंचने के कारण प्रेशर पर असर पड़ेगा, जिससे टेल एंड तक के क्षेत्रों में ज्यादा प्रभाव पड़ेगा।

इनमें जीवनी मंडी, बेलनगंज, काला महल, बालूगंज, ताजगंज, बुंदू कटरा, शाहगंज, अर्जुन नगर, ईदगाह, अजीत नगर, खेरिया मोड़, लोहामंडी, गोकुलपुरा, राजा मंडी, बाड़ा चरन सिंह, मदिया कटरा, सूर्य नगर, लॉयर्स कालोनी, कमला नगर, मुगल रोड, दयालबाग, बल्केश्वर, आवास विकास कालोनी आदि क्षेत्र में पानी का संकट ज्यादा रह सकता है।

जलनिगम गंगाजल इकाई, प्रोजेक्ट मैनेजर, रमेश चंद्र ने बताया कि सिंचाई विभाग को पत्र भेजा है कि नहरों की सफाई का काम जल्द पूरा करके पालड़ा फाल को सप्लाई दी जाए। उम्मीद है कि रविवार रात तक पालड़ा से स्थिति में सुधार आएगा।

वहां से आगरा तक पानी आने में 18 से 20 घंटे लगेंगे। महाप्रबंधक जलकल, कुलदीप सिंह ने कहा कि गंगाजल की मात्रा में पालड़ा से ही कमी आने लगी है। इन दो दिनों में प्रयास होगा कि सिकंदरा और जीवनीमंडी वाटरवर्क्स पर ज्यादा से ज्यादा यमुना जल लेकर जलापूर्ति में आने वाली कमी को दूर कराएं।

 
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