Success Story : IIT की टॉपर सिमी करण ने 23 साल की उम्र में IAS परीक्षा पास करके रचा इतिहास
Agro Haryana, New Delhi : ओडिशा की रहने वाली सिमी करण ने 12वीं के बाद आईआईटी बॉम्बे में दाखिला लिया. उन्होंने इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही आईएएस बनना तय कर लिया था.
बात ये हुई कि वह पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने स्लम के बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. यहीं से उनमें कुछ बदलाव के लिए आईएएस बनने के ख्वाब ने जन्म लिया.
सिमी ने इसके बाद यूपीएससी एग्जाम पैटर्न और आईएएस टॉपर्स के इंटरव्यू देखना शुरू कर दिया. सिमी बताती हैं कि उन्होंने यूपीएससी सिलेबस को छोटे-छोटे हिस्से में बांट दिया. इससे उन्हें परीक्षा की तैयारी में आसानी हुई. उन्होंने समय से सिलेबस पूरा किया और रिवीजन का भी मौका मिल गया.
सिमी करण ने साल 2019 में पहली बार यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम दिया. इसी वह इसी साल आईआईटी बॉम्बे से पास आउट भी हुई थीं. पहले ही प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया 31वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्लीयर कर लिया. इस तरह वह आईएएस बनने में कामयाब रहीं.
सिमी करण ने आईएएस की ट्रेनिंग के दौरान लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में अच्छा परफॉर्मेंस किया. उन्होंने यहां बेस्ट परफॉर्मिंग ऑफिसर ट्रेनी एलवी रेड्डी मेमोरियल अवार्ड और सर्टिफिकेट हासिल किया. वह नॉर्थ ईस्ट कैडर (असम-मेघालय) की अधिकारी हैं.