Desi Sharab : क्या देशी शराब शरीर के लिए खतरनाक है, इसमे इतना ज्यादा नशा क्यों होता है
Desi Sharab : शराब जैसी भी हो शराब में कोई फायदा नहीं करती बहुत से लोग टेंशन दूर करने के लिए शराब शाम को पीते हैं। हां ये बात सही है कि अगर आप शराब को हफ्ते में तीन या चार बार बहुत ही थोड़ी मात्रा में दिमाग की टेंशन को दूर करने के लिए पीते हैं तो ये इतना ज्यादा बूरी भी नहीं है।
Agro Haryana, New Delhi : हर समय शराब शरीर को नुकसान पहुंचाती है। लेकिन चुलाई शराब, या देहाती दारू, इससे भी खतरनाक है। क्योंकि इसके लिए कोई स्पष्ट मानक नहीं है। व्यापारी देशी शराब में यूरिया, स्पिरिट, ऑक्सीटॉक्सीन और अन्य पदार्थों को मिलाकर नशा बढ़ाते हैं। ये घातक हैं। इसलिए इससे सिर्फ नुकसान होता हैं।
बिहार में शराब पीना वैसे भी वर्जित है। इसके बावजूद, लोगों की आदतें सुधर नहीं रही हैं। वहीं, शराब कारोबारी चुलाई शराब में अल्कोहल की मात्रा को बढ़ाकर नशा को किक देने के लिए इसका बेखौफ उपयोग करते हैं। पीने वाली की मृत्यु ही क्यों न हो जाए। उन्हें सिर्फ मुनाफा चाहिए। इस तरह की शराब हमेशा घातक हैं।
पावापुरी वर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान की डॉ. निर्मल ज्योति ज्योत्स्ना ने बताया कि इस तरह की शराब पीने से गैस्ट्रिक इरिटेशन, आंतरिक रक्तस्राव सहित अन्य समस्याएं हो सकती हैं। छह से आठ घंटे बाद अक्सर इसका असर दिखता है। अधिक सांद्रता वाली शराब पीने से शरीर में फॉर्मल्डीहाइड नामक रसायन बनता है, जो आंखों के लिए घातक है।
इससे आंखों का असर होता है। यह घटना अचानक नहीं हुई है। पहले आंखें धुंधली दिखती हैं। यह बाद में बढ़ता जाता है। इससे आंखों की रोशनी भी पूरी तरह चली जाती है। शुरुआत में इस तरह के रोगियों का उपचार संभव है। हमारे शरीर में पहुंची शराब को गैस्ट्रिक लैवेज के जरिए बाहर निकाला जाता हैं।
गैस्टिक लेवाज क्या हैं
अल्कोहल शरीर में अवशोषित होगा अगर आप शराब पीते हैं। हर जगह यह घातक है। शराब सीधे गुर्दे में जाती है। गैस्टिक लेवाज पेट में शराब पहुंचने के बाद उसे अवशोषित होने से रोकता है।
यानि, इसे निकालने से शरीर के अंगों को खराब करने से काफी हद तक बचाया जा सकता है। डॉक्टर से मिलने तक परिवार को शराब पीने से बचाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके बाद वे तुरंत चिकित्सक के पास पहुंचे। सुनी सुनायी बातों को कभी नहीं इलाज करें।
ज्यादा शराब पीने से नजर आते हैं, ये 10 लक्षण
1- संतुलन खो जाएगा।
2- याद्दाश्त बिल्कुल काम नहीं करेगा।
3- शरीर भी सही नहीं रहेगा।
4- उल्टी, पेट दर्द, आंतरिक रक्तस्राव हो सकता हैं।
5- ऐसे लोगों के लिए शुरू के पांच से छह घंटे काफी कठिन होते हैं।
6- लापरवाही से उनकी मौत भी हो सकती हैं।
7- अल्कोहल के दुष्प्रभावों को इन कारकों पर निर्भर करता हैं।
8- यूरिया या अन्य नशीले पदार्थों की मात्रा।
9- कितनी शराब पीते हैं।
10- चुलौआ ने उसे दारू पीने के लिए कितनी देर तक छोड़ा।