Yamuna Expressway: मौत का कुंआ बन रहा है यमुना एक्सप्रेसवे, जानिए क्या है इसका कारण
Yamuna Expressway: सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। मिली रिपोर्ट के मुताबिक बता दें, कि यमुना एक्सप्रेसवे मौत का कुंआ बनता जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे पर धीमी गति से वाहन चलने के कारण कई हादसे हो रहे है। आइए नीचे आर्टिकल में जानते है पूरी जानकारी-
Agro Haryana, Digital Desk- नई दिल्ली: Yamuna Expressway : अगर आप भी बाहर घूमने के लिए निकले है तो ये खबर आपके लिए है। यमुना एक्सप्रेसवे दिन-प्रतिदिन मौत का कुंआ बनता जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर मथुरा से लेकर गौतम बुद्ध नगर तक भरी हुआ ट्रैक्टर ट्राली चलते रहते है।
मथुरा से एक्सप्रेसवे और फिर गौतम बुद्ध नगर तक ईंटों और मिट्टी के भरे हुए टैक्टर ट्राली आते रहते है। यातायात पुलिस भी इन टैक्टर ट्राली को नहीं रोक पा रही है। ज्यादा ओवरलोड होने के कारण किसी भी घटना का खतरा बनी रहता है।
वाहनों की इस एक्सप्रेसवे पर स्पीड केवल 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रखी हुई है। कम गति से वाहन चलने के कारण भी किसी न किसी मुसीबत का डर बना रहता है। बीते दिनों ही ग्रेटर नोएडा से देवरिा जा रही बारात में दुल्हे की कार एक्सप्रेसवे पर टायर फटने के कारण सड़क हादसा हो गया।
इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई है और 3 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए है। इन गलतियों का नतीजा तेज गति से चल रहे वाहनों को भुगतना पड़ता है। तेज गति वाले वाहन जो कम स्पीड में चल रहे वाहन को उनको टक्कर दे देते है जिसकी वजह से बहुत लोगों की मौत हो गई है।
बढ़ाई गई कैमरों की संख्या
हादतों की समस्या बढ़ने के कारण कैमरे की संख्या भी बढ़ गई है। ताकि तेज गति से चलने वाले वाहनों पर सख्त नजर रखी जा सके। ओवरलोड वाहनों भी हर दिन यमुना एक्सप्रेसवे पर 250 चलते है। ओवरलोड वाहन जब एक्सप्रेसवे पर से गुजरते है तो दूसरे वाहन उसके पास से गुजरने के लिए डरते है।
ईट भट्टों पर लगाई रोक
शहरों में निर्माण काम काफी तेजी से किया जा रहा है, जिसके कारण ईंटों की मांग ज्यादा की जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे पर हटना के कारण केवल 50 भट्टोम को संचालन की अनुमति मिली है। शहरों में विकास ज्यादा होने के कारण ईंटों की मांग अभी भी बहुत कम रह रही है।
भट्टों के कारण प्रदूषण भी ज्यादा फेल रहा है इसलिए सरकार ने 70 ईट भट्टों पर रोक लगा दी है। लोगों को अब बड़े शहरों से ईंटे मंगवानी पड़ रही है।