IAS success story: डिप्रेशन में भी दिया UPSC का इग्जाम, ऐसे IAS बनीं अलंकृता पांडे, पढ़िए पूरी कहानी
Agro Haryana, New Delhi हम सभी जानते हैं कि यूपीएससी परीक्षा पास करना कोई आसान काम नहीं है. उम्मीदवारों को गहन अध्ययन करना होगा क्योंकि सिविल सेवा परीक्षा के लिए व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है.
लाखों उम्मीदवार हाई-प्रोफाइल परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं लेकिन केवल कुछ ही आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के लिए चुने जाते हैं.
आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की. वह डिप्रेशन से लड़ीं, वापसी की और परीक्षा पास की. इनका नाम है आईएएस अलंकृता पांडे.
Who is IAS Alankrita Pandey?
आईएएस अलंकृता ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी 2015 परीक्षा में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 85 हासिल की. वह 2016 बैच की आईएएस अधिकारी हैं.
शुरुआत में उन्हें पश्चिम बंगाल कैडर आवंटित किया गया था, लेकिन आईएएस अंशुल अग्रवाल से शादी के बाद उन्हें बिहार में इंटर कैडर ट्रांसफर दिया गया.
आईएएस अलंकृता उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली हैं. उनका यूपीएससी सफर आसान नहीं था. उन्होंने 2014 में यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया लेकिन उस साल के बीच में उन्हें व्यक्तिगत संकट से गुजरना पड़ा.
अलंकृता दोस्तों और परिवार से डिप्रेशन की दवाएं, एंगर मैनेजमेंट सेशन और काउंसलिंग लेती थीं. उन्हें 2014 में प्रीलिम्स में शामिल होना था, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हो सकीं.
हालांकि, उन्होंने वापसी की और केवल अपने करियर पर फोकस करने का फैसला किया. उन्होंने 2015 में अपने पहले प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की.
वह रोजाना 8 घंटे पढ़ाई करती थीं. यूपीएससी से पहले वह बेंगलुरु की एक आईटी कंपनी में काम करती थीं. उन्होंने एमएनआईआईटी-इलाहाबाद से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.