ट्रेंडिंग

TDS Level: RO का पानी पीने से पहले जान लें कितना होना चाहिए टीडीएस लेवल, वरना खराब हो जाएगी सेहत

Agro Haryana News:(Water RO Level) जल है तो कल है लेकिन अगर आपके द्वारा पीए जाने वाले पानी का टीडीएस लेवल खराब है तो आपकी सेहत बिगड़ने में देरी नहीं लगेगी। पानी हमारे शरीर न केवल प्यास को कम करता है बल्कि शरीर को डिटॉक्स करता है और बॉडी के अंगों को सही तरह से काम करने में भी मदद करता है।

आजकल लगभग घरों में आरओ लगे है लेकिन क्या आपको जानकारी है कि जो पानी आप पी रहे है वह आपकी सेहत के लिए कितना अच्छा है और उसका टीडीएस लेवल क्या है। चलिए साफ पानी का टीडीएस लेवल क्या होना चाहिए। 

जानिए क्या होता है टीडीएस लेवल?

टीडीएस का मतलब है कि पानी में ठोस पदार्थ जैसे खनिज, नमक और धातु कितनी मात्रा में घुले हुए है। इसे पीपीएम में नापा जाता है। पानी का टीडीएस लेवल ही बताता है कि पानी पीने के लिए कितना सुरक्षित है या असुरक्षित है। जानकारी के लिए बता दें कि पानी में कैल्शियम, क्लोराइड, मैग्रीशियम, पोटेशियम, जिंक, एलुमिनियम, कॉपर, आयरन, क्लोरीन, सोडियम, फ्लोराइड, बाइकार्बोनेट, सल्फेट्स और अन्य कीटनाशकों की मात्रा मौजूद रहती है। 

Also Read: New City Project: दिल्ली NCR के नजदीक बसाया जाएगा हाईटेक शहर, 87 गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

जानिए कितना होना चाहिए पानी का टीडीएस लेवल?

ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार एक लीटर पानी में टीडीएस 500 मिलीग्राम से भी कम होना चाहिए। वहीं WHO के अनुसार एक लीटर पानी में टीडीएस की मात्रा 300 मिलीग्राम से कम होना चाहिए। आरओ का पानी पीने वालों को पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि पानी का टीडीएस लेवल 50-150 ppm के बीच है। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button