
Agro Haryana News: (Chanakya Nitti) चाणक्य नीति कहती है कि औरत के चरित्र को कोई पूरी तरह समझ नहीं सकता। आचार्य के अनुसार जो व्यक्ति औरत के चरित्र को समझ सकता है वो दुनिया का कोई भी काम कर सकता है। भारत में स्त्रियों को देवी का ऊंचा स्थान दिया गया है, मगर इसके बावजूद समाज में समय-समय पर उनके साथ गलत व्यवहार देखने को मिलता है। प्रकृति ने स्त्री के मन में कोमलता, शांति और ममता जैसे गुण भरपूर मात्रा में डाले हैं।
आचार्य चाणक्य ने अपनी किताब “चाणक्य नीति” में चरित्रहीन महिलाओं के बारे में कई ऐसी बातें लिखी हैं, जिन पर गौर करने और उन्हें अपनाने से इंसान के जीवन में दुख या धोखे जैसी भावनाएं पैदा नहीं होतीं। उन्होंने ऐसी परिस्थितियों का जिक्र किया है, जो आज के समय में भी देखने को मिलती हैं। चाणक्य ने स्त्रियों के बारे में कुछ खास बातें बताई हैं, जिन्हें समझकर कोई भी व्यक्ति चरित्रहीन महिला के प्यार में फंसने से बच सकता है। तो आइए, जानते हैं कि आचार्य चाणक्य ने चरित्रहीन महिलाओं के बारे में क्या कहा है-
आचार्य चाणक्य के अनुसार ये सारे गुण हर महिला में दिखाई दे सकते हैं, मगर जैसा कि कहा जाता है कि हाथ की पांचों उंगलियां एक समान नहीं होतीं, वैसे ही हर महिला में ममता की मूर्ति जैसा रूप होना जरूरी नहीं है। हमारे समाज में स्त्रियों को परिवार की इज्जत का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, उन्हें यह जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है कि वे परिवार की सम्मान की रक्षा करें और उस पर कोई आंच न आने दें।
क्या है चरित्रहीन महिला की पहचान
1.दिल और जुबान को एक लय में न रखना
आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसी महिलाएं अपने दिल और जुबान को एक लय में नहीं रख पातीं। इनके मन में कुछ और चलता है, जबकि मुंह से कुछ और ही निकलता है। चरित्रहीन महिलाओं को एक से ज्यादा पुरुषों के साथ संबंध बनाने में कोई संकोच नहीं होता। इनके ढेर सारे पुरुष मित्र होते हैं, और ये चालाकी से सभी को अपने प्रेम के जाल में उलझाए रखती हैं। इनके दिल में कोई और शख्स बसता है, लेकिन संबंध ये किसी और के साथ जोड़ती हैं।
ये जिससे प्यार का इजहार करती हैं, असल में प्यार किसी और से करती हैं। ऐसी महिलाओं को अक्सर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते देखा जाता है। इसके लिए ये पूरी कोशिश करती हैं कि लोग उन्हें नोटिस करें, और इसके लिए ये किसी भी हद तक जा सकती हैं। चरित्रहीन महिलाएं कभी एक पुरुष की नहीं होतीं। इनका प्रेमी या साथी इनकी जरूरतों के हिसाब से बदलता रहता है।
2.पैर की उंगली से लग जाएगा पता
चाणक्य नीति के मुताबिक, चरित्रहीन औरत की पहचान कुछ खास संकेतों से की जा सकती है। चाणक्य के अनुसार, अगर किसी महिला के पैर की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) और उसके बगल वाली उंगली जमीन को छूती न हों, साथ ही अंगूठे के पास वाली उंगली अंगूठे से बहुत ज्यादा लंबी हो, तो ऐसी महिलाएं हालात और परिस्थितियों के हिसाब से अपना चरित्र बदल लेती हैं। ऐसी महिलाएं सुख-सौभाग्य में रहते हुए भी बहुत गुस्सैल होती हैं। इन पर काबू पाना बेहद मुश्किल होता है, और इनके चरित्र पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता।
3.शरीर का ये भाग मिलेगा मोटा
चाणक्य नीति के अनुसार, जिस महिला के पैर का पिछला हिस्सा बहुत ज्यादा मोटा होता है, उसे घर के लिए अशुभ माना जाता है। वहीं, इसके विपरीत अगर पैर का पिछला हिस्सा बहुत पतला या सूखा हुआ हो, तो ऐसी महिलाओं को अपने जीवन में तरह-तरह की परेशानियों और दुखों का सामना करना पड़ता है।
4.पेट से करें पहचान
चाणक्य नीति के अनुसार, अगर किसी महिला का पेट घड़े जैसा गोल और भारी होता है, तो वह अपने पूरे जीवन में गरीबी और तंगहाली से जूझती रहती है। इसके अलावा, जिन महिलाओं का पेट बहुत लंबा या गद्देदार होता है, वह भी दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है।
5.माथे की बनावट खोल देगी राज
चाणक्य नीति के अनुसार, अगर किसी महिला का पेट घड़े जैसा गोल और भारी होता है, तो वह अपने पूरे जीवन में गरीबी और तंगहाली से जूझती रहती है। इसके अलावा, जिन महिलाओं का पेट बहुत लंबा या गद्देदार होता है, वह भी दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है।
ऐसी महिला अपने पति के लिए मानी जाती है अशुभ
चाणक्य नीति के अनुसार, कुछ खास लक्षणों वाली महिलाएं अपने पति के लिए अशुभ मानी जाती हैं। जिन महिलाओं के होंठों के ऊपरी हिस्से पर बहुत ज्यादा बाल होते हैं और कद बेहद लंबा होता है, वे अपने पति के लिए अशुभ मानी जाती हैं। साथ ही, जिनके कानों में ढेर सारे बाल होते हैं और कान का आकार असमान होता है,
ऐसी महिलाएं घर में दुख का कारण बन सकती हैं। अगर किसी महिला के दांत मोटे, लंबे, चौड़े और बाहर की ओर निकले हुए दिखते हैं, तो उसके जीवन में हमेशा दुखों का साया मंडराता रहता है। इसके अलावा, जिन महिलाओं के मसूड़े काले होते हैं, यह भी दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है।
(Disclaimer: हमने इस लेख में किसी भी तरह महिलाओं को शुभ या अशुभ के श्रेणी में विभाजित नहीं किया है.ना ही ऐसा प्रयास किया है. जिससे महिलाओं की गरिमा का हनन हो. यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Agroharyana.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)