Income Tax Rules: इस लिमिट से ज्यादा किया नकद लेनदेन तो घर आएगा इनकम टैक्स नोटिस, भरना पड़ेगा जुर्माना

Agro Haryana News, Income Tax Rules: भले आज का जमाना डिजिटल युग के नाम से जाना जाता है जिसमे अधिकतर बिजनेस में लेनदेन बैंक के माध्यम से ऑनलाइन ही होती है लेकिन कई लोग कैश में भी पेमेंट करते है. कैश में एक लिमिट से ज्यादा के लेनदेन पर इनकम टैक्स की तरफ से कार्यवाही की जा सकती है. आयकर विभाग द्वारा हर ट्रांजेक्शन के लिए नियम और लिमिट निर्धारित की गई है. साथ ही कैश पेमेंट को लेकर भी इनकम टैक्स विभाग की गाइडलाइन आ चुकी है.
यदि आप एक लिमिट से ज्यादा कैश में पेमेंट (Income Tax Rule On Cash Payment) करते हैं तो आयकर विभाग द्वारा आपके घर नोटिस भेजा जा सकता है. इस वजह से कैश में पेमेंट (Cash Payment Limit) करने के दौरान आपको कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए.
नकद लेनदेन अधिक होने पर कर सकता है जांच
अगर आप नियमित रूप से नकद का उपयोग करते हैं तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि आयकर विभाग आपके हर लेन-देन पर नजर रखता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर जांच कर सकता है.
अगर आपकी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में नकद (IT rules for Cash Transaction) का प्रतिशत अधिक है, तो आपको यह बताना पड़ सकता है कि पैसे का स्रोत क्या है. इसके तहत नोटिस भेजे जा सकते हैं. इस कारण से, नकद लेन-देन से बचने और वित्तीय ट्रांजैक्शंस को पारदर्शी रखना बेहतर होगा.
पारदर्शी होने चाहिए सभी लेनदेन
आयकर विभाग (Income Tax Department) वित्तीय गड़बड़ियों पर कड़ी नजर व निगरानी रखता है. ऐसे लोग जो बड़े लेन-देन के लिए नकद का इस्तेमाल करते हैं, वे विभाग की जांच के दायरे में आ सकते हैं.
इस तरह के लेन-देन को लेकर कुछ सख्त नियम बनाए गए हैं. इन नियमों को समझना और ध्यान में रखना जरूरी है ताकि आप किसी कानूनी परेशानी में न फंसें. विभाग द्वारा उठाए गए कदमों के चलते यह सभी लेन-देन पारदर्शी होना चाहिए.
FD में निवेश पर भी रखी जाती है नजर
अगर आप एक साल में अपने बैंक अकाउंट (Bank Account) में बड़ी राशि नकद जमा करते हैं, तो टैक्स विभाग आपसे इस बारे में पूछताछ कर सकता है. उदाहरण के तौर पर, करंट अकाउंट में 50 लाख रुपये तक की सीमा है, जबकि फिक्स डिपोजिट (FD Transaction IT Rule) में 10 लाख से ज्यादा नहीं जमा कर सकते.
यदि आपको इससे अधिक जमा करने की जरूरत हो तो आप इसे चेक या ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए कर सकते हैं. इन नियमों को ध्यान में रखते हुए ही बड़ा लेन-देन करना चाहिए.
Credit Card के बिल भुगतान पर भी रहती है विभाग की नजर
अगर आप एक बड़े क्रेडिट कार्ड बिल को नकद में चुकता करते हैं, तो 1 लाख रुपये से अधिक की रकम पर सवाल हो सकता है. इसी तरह, निवेश के दौरान भी बड़ी नकद राशि का इस्तेमाल सीमित है. किसी भी वित्तीय साधन में, जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड (Mutual Funds investments) या बॉन्ड, में एक साल में 10 लाख से ज्यादा नकद पैसा नहीं लगाया जा सकता. इससे ऊपर का लेनदेन करने पर टैक्स विभाग आपसे जानकारी मांग सकता है. यह नियम इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि बड़ी नकद लेन-देन की सही निगरानी की जा सके.
प्रोपर्टी खरीदने के दौरान नकद भुगतान के नियम
रियल एस्टेट ट्रांजैक्शंस में नकद भुगतान (Cash Payment On Real State Transaction) करना अक्सर देखा जाता है, लेकिन इसमें कुछ खास नियम होते हैं जिन्हें समझना जरूरी है. अगर आप बड़ी संपत्ति का सौदा नकद में करते हैं, तो इसकी जानकारी टैक्स अधिकारियों को दी जाती है. खासकर जब लेनदेन की रकम 30 लाख या उससे अधिक हो.
इस प्रकार के सौदों की रिपोर्ट संबंधित आयकर विभाग (IT Department) तक पहुंच जाती है. अगर इन नियमों का पालन न किया गया तो कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इसे समझकर ही इस प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए.