
दिल्ली एनसीआर में बसने वाले नए शहर से राजधानी दिल्ली (Delhi) और आसपास के क्षेत्रों में रियल स्टेट के सेक्टर तेजी से विकसित होती दिखाई देगे। यही नही यहां रहने वाले लोगों के लिए रोजगार की नई संभावनाएं भी पैदा होगी। मीडिया जानकारी के अनुसार दिल्ली एनसीआर में बसने वाला नया शहर 144 गांवों की जमीन पर बनकर तैयार होगा।
परियोजना के तहत दिल्ली एनसीआर में बसने वाले नए शहर (NCR New City) को लेकर यूपी के चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर से मंजूरी मिल चुकी है। दिल्ली एनसीआर का नया शहर 55 हजार 970 हेक्टेयर जमीन पर बनकर तैयार होगा।
जिसके बाद लोगों को नए शहर में होटल, रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट, शापिंग सेंटर, इंडस्ट्री, हॉस्पिटल समेत अन्य आधुनिक सुविधाएं देखने को मिलेगी। रोडमैप के अनुसार दिल्ली एनसीआर के नए शहर में लंदशहर, धौलाना, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर के कुल 144 गांवों को शामिल किया गया है.
यूपी कैबिनेट और दिल्ली-एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद दिल्ली एनसीआर में बसने वाले नए शहर को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। परिेयोजना के तहत कुल जमीन का 25.4 फीसदी हिस्से पर इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा. उसके बाद 10.4 फीसदी भू-भाग पर स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और तकनीकी शिक्षण संस्थाओं का निर्माण किया जाएगा.
इसी तरह प्रोजेक्ट के लिए आरक्षित 55 हजार 970 हेक्टेयर भूमि में से 17.40 फीसदी हिस्से पर रेजिडेंशियल स्कीम्स को जगह दी गई है, जबकि 4.8 फीसदी हिस्से पर कमर्शियल हब, शॉपिंग सेंटर, 13.2 फीसदी हिस्से पर ट्रांसपोर्ट सुविधा और 22.5 फीसदी भू-भाग को पर्यावरण के संरक्षण के लिए आरक्षित किया गया है.
जानकारों का मानना है कि दिल्ली एनसीआर में बसने वाले नए शहर के बदने के बाद इंडस्ट्रियल इंडस्ट्री, रियल एस्टेट समेत अन्य प्रोजेक्ट्स के काम में तेजी आएगी और इससे यहां का चौतरफा विकास होगा. इसके अलावा बड़ी संख्या में रोजगार के मौके पैदा होंगे.