{"vars":{"id": "107609:4644"}}

इस SUV ने दी Alto को कड़ी टक्कर, 14,523 यूनिट्स की रही सेल 

अभी तक Alto बजट में सबसे बेहतरीन कार मानी जाती थी लेकिन अब उस की जगह इस SUV ने ले ली क्ंयोंकि Alto के बजट में यह SUV दमदार पावर और फीचर्स दे रही हें आइए जानते हैं... 
 

Agro Haryana नई दिल्ली: एक वक्त था जब पहली बार कार खरीदने वालों की पहली पसंद ऑल्टो हुआ करती थी. ऑल्टो भारतीय कार बाजार में एंट्री लेवल गाड़ियों का पर्याय रही है.

तमाम कंपनियों ने इस सेग्मेंट पर अपनी पकड़ बनाने की कोशिश की लेकिन ऑल्टो का करिश्मा कोई नहीं तोड़ पाई. आप इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि अब तक इस गाड़ी की 45 लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी है.

 बीते करीब 25 सालों में इस कार को कई बार रिलॉन्च किया गया और हर बार वह ग्राहकों के दिलों में उतरती रही. लेकिन, बीते कुछ सालों से चीजें बदल गई हैं. बाजार का गणित बदल गया है.

 बाजार में कुछ ऐसी गाड़ियां आई हैं जो करीब-करीब ऑल्टो की बजट में हैं लेकिन परफॉर्मेंस, सेफ्टी, स्पेस, फीचर्स हर मामले में वे बेहद आधुनिक हैं. ऐसे में उनकी डिमांड काफी बढ़ गई है. दूसरी तरफ, बीते 25 सालों में पहली बार है जब ऑल्टो जैसी छोटी कारों की डिमांड घटी है.

आज की कहानी में एक ऐसी ही एसयूवी की चर्चा जिसने सबसे ज्यादा ऑल्टो को नुकसान पहुंचाई है. यह एक बेहतरीन एंट्री लेवल एसयूवी है. इसने मारुति जैसी कंपनी को चोट दिया है. मौजूदा वक्त में बाजार में मारुति की ऑल्टो के10 बाजार में है.

यह 1000 सीसी की एक छोटी कार है. इसकी मंथली सेल औसतन 9,000 यूनिट्स है. बीते माह अगस्त में इसकी कुल 9,603 यूनिट्स की बिक्री हुई. एक वक्त में इस कार की हर माह 20-22 हजार यूनिट्स बिकती थी. यह मारुति की टॉप सेलिंग कार हुआ करती थी.

ऑल्टो को निगल गई ये SUV

आज हम जिस एसयूवी की बात कर रहे हैं उसने करीब-करीब ऑल्टो को खत्म कर दिया. आज इस एसयूवी की मंथली सेल करीब 12-14 हजार यूनिट्स है. बीते माह यानी अगस्त में इस एसयूवी की 14,523 यूनिट्स की रही. दरअसल, हम बात कर रहे हैं

टाटा पंच (Tata Punch) की. यह एक शानदार एंट्री लेवल एसयूवी है. इसमें 1200 सीसी का तीन सिलेंडर इंजन है, जबकि ऑल्टो में 1000 सीसी का तीन सिलेंडर इंजन है. सेफ्टी के मामले में टाटा पंच इंडियन कारों का बाप है.

इसे 5-स्टार एनकैप (NCAP) रेटिंग मिला हुआ है. टाटा ने पंच के जरिए देश में एंट्री लेवल कारों का पूरा गणित बदल दिया है. पंच टाटा की एक सबसे सफल कार है. पंच के अलावा टाटा की नेक्सॉन उसकी दूसरी सबसे सफल कार है.

कीमत में करीब-करीब बराबर

साइज, इंजन, पावर, सेफ्टी, परफॉर्मेंस और फीचर्स यानी हर मामले में ऑल्टो से कोसों आगे की तकनीक से लैस पंच इस वक्त बाजार की सबसे लोकप्रिय गाड़ियों में शुमार है.

इन सभी मामलों में उसकी ऑल्टो के10 से कोई तुलना नहीं है. फिर आप सोच रहे होंगे कि ऑल्टो की तुलना में पंच काफी महंगी होगी. लेकिन, ऐसा नहीं है. आपको ऑल्टो के टॉप मॉडल में जो चीजें मिलती हैं करीब-करीब वो सभी चीजें पंच के बेस मॉडल में है. 

इस वक्त ऑल्टो के10 का सबसे टॉप यानी वीएक्सआई प्लस एटी मॉडल की एक्स शो रूम कीमत 5.90 लाख रुपये है. वहीं टाटा पंच के बेस मॉडल प्यूर की एक्स शो रूम कीमत 6 लाख रुपये से शुरू होती है.

सेफ्टी के मामले में टाटा पंच एक सबसे बेहतरीन कार है. इसके बेस मॉडल में दो एयरबैग्स हैं. इसके अलावा इसकी बॉडी की मजबूती से दुनिया अवगत है. वहीं ऑल्टो के10 के टॉप मॉडल में भी दो एयरबैग्स हैं. दोनों कारों में पावर विंडों, पावर स्टीयरिंग सहित सभी बेसिक चीजें हैं.

कई अन्य मामलों में पंच का बेस मॉडल ऑल्टो के10 के टॉप मॉडल पर भारी पड़ता है. वहीं ऑल्टो के टॉप मॉडल में आपको इनबिल्ट म्यूजिक सिस्टम मिलता है, जबकि पंच के बेस मॉडल में म्यूजिस सिस्टम नहीं है.

कुल मिलाकर अगर आप पंच के बेस मॉडल में 50 से 60 हजार रुपये अतिरिक्त खर्च कर दें तो वो सारी चीजें आपको मिल जाएंगी जो ऑल्टो के10 के टॉप मॉडल में हैं.

यानी आपको ऑल्टो के10 के टॉप मॉडल के दाम में 50 से 60 हजार रुपये और मिलाना होगा और आप एक बेहतरीन, सबसे सेफ और ऑल्टो की तुलना काफी बड़ी एसयूवी के मालिक बन जाएंगे.

इस एसयूवी को खरीदने के बाद आप कम से कम अगले 10 सालों तक इस बात को लेकर नहीं पछताएंगे कि हमने थोड़े पैसे बचाने के लिए एक हल्की गाड़ी खरीद ली. तमाम ऑटो एक्सपर्ट यह बताते रहे हैं कि पंच अपने वक्त से आगे की गाड़ी है.

इसने पूरे बाजार में कोहराम मचा रखा है. इससे मुकाबले के लिए मारुति सुजुकी के पास अभी कोई गाड़ी नहीं है. दूसरी तरफ, हुंडई ने बीते दिनों पंच को टक्कर देने के लिए एक्स्टर लॉन्च किया है. आने वाला समय बताएगा कि एक्स्टर कैसा रिस्पॉन्स देती है. फिलहाल के लिए पंच का कोई जवाब नहीं है.