UP में घूमने के लिए ये 3 जगह है बेहद खास, विदेशों से आते है टूरिस्ट
Agro Haryana, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में घरेलू पर्यटकों की संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ी है, जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या तेजी से गिरी है। हालांकि यह संख्या बढ़ रही है लेकिन उतनी रफ्तार से नहीं जितनी घरेलू पर्यटकों की है।
आंकड़े बताते हैं कि 2012 में घरेलू पर्यटकों की संख्या 16.94 करोड़ थी और विदेशी सैलानियों की संख्या 29.89 लाख रही, जबकि 2022 में घरेलू पर्यटकों की संख्या 31.70 करोड़ पहुंच गई और विदेशी सैलानी 6.48 लाख ही आए। पर्यटन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि कोरोना काल के दो साल बहुत बेचैन करने वाले थे। उसका असर अभी तक दिख रहा है लेकिन घूमने-फिरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
विदेशियों को लुभाने में आगरा सबसे आगे, काशी दूसरे नंबर पर
उत्तर प्रदेश में आगरा ही इकलौता शहर है जहां विदेशी सैलानी सबसे ज्यादा आते हैं। आगरा का मुकाबला कोई जिला नहीं कर पाया। पिछले दस वर्ष में हमेशा विदेशी पर्यटकों के मामले में आगरा सबसे आगे रहा। 2012 में आगरा घूमने 13.43 लाख विदेशी सैलानी आए तो 2022 में 3.45 लाख पहुंचे।
विदेशी पर्यटकों के मामले में काशी (वाराणसी) हमेशा से दूसरे नंबर पर रहा। यहां 2012 में 2.78 लाख तो 2022 में 83,741 लोग पहुंचे। इन दोनों शहरो के आगे प्रदेश का कोई शहर नहीं टिकता।
घरेलू पर्यटन में काशी ने सबको पीछे छोड़ा
घरेलू पर्यटन के मामले में काशी तेजी से बढ़ रहा है। 2022 में 7.12 करोड़ से ज्यादा लोगों ने काशी का दौरा किया। प्रयागराज 2.55 करोड़, अयोध्या 2.39 करोड़, वृंदावन 1.76 करोड़, आगरा 94 लाख, मथुरा 89 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे।
पर्यटन के लिहाज से 2019 सबसे बेहतर वर्ष
प्रदेश के पर्यटक स्थलों में 2019 में सबसे ज्यादा लोग आए। आंकड़े बतातें हैं कि 2019 से ज्यादा घरेलू और विदेशी पर्यटन कभी नहीं रहा। देश के विभिन्न शहरों से 53.58 करोड़ लोग यूपी पहुंचे और 47.45 लाख विदेशी आए। इतना पर्यटन प्रदेश में कभी नहीं रहा। वजह बताई जा रही थी कि 2019 चुनावी वर्ष था। इस नाते देशी-विदेशी लोगों ने ज्यादा सफर किया। 2019 में 16.80 लाख विदेशी केवल आगरा ही घूमने आए थे। यह अब तक का बड़ा रिकार्ड है।
पर्यटन एवं संस्कृति के प्रमुख सचिव, मुकेश मेश्राम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के लिहाज से तेजी से बढ़ रहा है। हेरिटेज टूरिज्म, वाटर एडवेंचर को बढ़ाएंगे। विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए अच्छी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। कोरोना काल के बाद अब पर्यटन उद्योग रफ्तार पकड़ रहा है। फिर पहले जैसी स्थिति में पहुंचने की उम्मीद है।
वर्ष घरेलू पर्यटक विदेशी पर्यटक योग
2012 16,94,48,596 29,89,347 17,24,37,943
2013 22,78,18,408 32,05,760 23,10,24,168
2014 18,42,77,423 29,09,735 18,71,87,151
2015 20,65,15,617 31,04,060 20,96,19,679
2016 21,35,44,204 31,56,812 21,67,01,016
2017 23,39,77,619 35,56,204 23,75,33,823
2018 28,50,79,848 37,80,752 28,88,60,600
2019 53,58,55,162 47,45,181 54,06,00,343
2020 8,61,22,293 8,90,932 8,70,13,225
2021 10,97,08,435 44,737 10,97,53,172
2022 31,79,13,587 6,48,986 31,85,62,573
कहां कितने पर्यटक आए
काशी
वर्ष घरेलू विदेशी कुल
2021 30,75,913 2566 30,78,479
2022 7,11,47,310 83,741 7,12,31,051
अयोध्या
2021 1,57,43,359 31 1,57,43,390
2022 2,39,09,014 1465 2,39,10,479
आगरा
2021 42,25,889 35447 42,61,336
2022 91,24,669 3,45,998 94,70,667
मथुरा
2021 54,38,705 57 54,38,762
2022 88,85,190 30,846 89,16,036
वृंदावन
2021 1,30,45,744 498 1,30,46,242
2022 1,76,28,605 60183 1,76,88,788
प्रयागराज
2021 1,12,13,307 189 1,12,13,496
2022 2,55,15,112 1895 2,55,17,007