Faridabad और जेवर एयरपोर्ट को जोड़ेगा नया ग्रीन हाईवे, पास हुआ 50 करोड़ का बजट
Agro Haryana, New Delhi : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले स्थित जेवर में बनाए जा रहे देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट को एनसीआर के बाकी इलाकों से भी सीधे जोड़ने की तैयारी चल रही है.
इसी क्रम में फरीदाबाद को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए ग्रीन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है. इसका हाईवे का काम बल्लभगढ़ से शुरू भी कर दिया गया है. खबरों के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए 50 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं.
आपको बता दें कि फरीदाबाद के सेक्टर 65 से नोएडा एयरपोर्ट तक ग्रीन हाईवे बनेगा. यह 6 लेन का होगा. सेक्टर 65 में पिलर बनाने के लिए पाइलिंग का काम शुरू कर दिया गया है.
इसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की लिंक रोड, केजीपी और यूपी में यमुना में एक्सप्रेसवे होता हुआ एयरपोर्ट पहुंचेगा. इस दौरान यह 12 गावों के बीच से निकलेगा. इसके अलावा यह सेक्टर 117, 118, 122, 123 से होकर भी गुजरेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक, इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा किया जा चुका है. इसके निर्माण के लिए टेंडर एक साल पहले ही जारी हो गया था. हालांकि, अभी इसका काम सुस्त चल रहा है.
फंड हुआ जारी
अब जब यूपी सरकार की ओर से 50 करोड़ रुपये का फंड इसके लिए जारी कर दिया गया है तो उम्मीद है कि इसका काम तेजी से शुरू हो जाएगा. एक खबर के अनुसार,
इसमें एलिवेटेड हिस्सा भी होगा जिसके लिए गर्डर व स्लैब की प्रीकास्टिंग का काम चल रहा है. बता दें कि हरियाणा में करीब 8 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड होगा.
इसके दोनों ओर सर्विस रोड बनाई जाएगी. यह प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया है. अनुमति मिलने के बाद एलिवेटेड रोड का भी काम गति पकड़ लेगा.
कुल हाईवे कितना लंबा
यह पूरा ग्रीन हाईवे 31 किलोमीटर लंबा होगा. इसमें केवल 7 किलोमीटर का हिस्सा यूपी की सीमा में और 24 किलोमीटर का हरियाणा में होगा. 24 में से 8 किलोमीटर की रोड एलिवेडेट होगी. NHAI के DGM एसके बंसल ने कहा है कि आगामी दिनों में काम को और गति दी जाएगी.
जेवर एयरपोर्ट के बारे में
जेवर में बन रहे इस एयरपोर्ट का नाम फिलहला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. इसका उद्घाटन 2024 के अंत में तय था लेकिन इसका काम तेजी से चल रहा है और ऐसा माना जा रहा है कि मार्च 2024 में इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा.
यह एयरपोर्ट इंदिरा गांधी अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकल्प के रूप में भी काम करेगा. एयरपोर्ट की लागत करीब 30,000 करोड़ रुपये है.
इस पर 4 टर्मिनल और 6 रनवे बनाए गए हैं. एयरपोर्ट का कुल एरिया 1334 हेक्टेयर है. इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा किया जा रहा है. यह भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.