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EDFC Update: देश में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कार्य हुआ पूरा, हर रोज दौड़ेगी 140 माल गाड़ियां

EDFC Update : देश में जल्द ही भारतीय रेलवे की सूरत बदलने वाली है। जानकारी के लिए बता दें कि देश में इस समय ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जिसकी लंबाई 1499 किलोमीटर है उसका निर्माण कार्य हाल ही मे पूरी हुआ है। इस कॉरिडोर से पंजाब हरियाणा यूपी और दिल्ली के पॉवर प्लांटों को ज्यादा मिलेगा। आइए जानते हैं इस अपडेट के बारे में विस्तार से...
 

Agro Haryana, New Delhi : आप को बता दें कि पंजाब से पश्चिम बंगाल तक जाने वाले कॉरिडोर का कार्य ट्रायल रन के साथ रेलवे की तरफ से पूरा हो चूका है। इस कॉरिडोर के खुलने से भारतीय रेलवे की सूरत ही बदल जाएगी। पैसेंजर्स ट्रेनों को भी राइट टाइम पर अपने सही स्थान तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

इसके चालू होने से मालगाड़ियों की स्‍पीड में भी इजाफा हुआ है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर इस कॉरिडोर की रेलवे लाइन बिछाई गई हैं।

माल ढुलाई के लिए बिछाई गई रेलवे लाइन

आप को बता दें कि देश मे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर नाम से माल ढुलाई के लिए सबसे बड़ी रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। देश में इस समय  ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जिसकी लंबाई 1499 किलोमीटर है और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जिसका निर्माण कार्य हाल ही मे पूरी हुआ है,बने है। ये दोनों ही कॉरिडोर व्यापारिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।

जानिए EDFC का फायदा

ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का लाभ पंजाब हरियाणा यूपी और दिल्ली के पॉवर प्लांटों को ज्यादा मिलेगा। क्योंकि पॉवर हाउसों को कोयले की आपूर्ति जल्दी मिलेगी। हर रोज 140 माल गाड़ियां इस कॉरिडोर पर 25 किलोमीटर प्रतिघंटा से बढ़कर 75 किलोमीटर प्रति घंटा तक चलेंगी।

इसमें 70 फीसदी मालगाड़ियां कोयला ढोने वाली होंगी। इससे माल ढुलाई परिवहन में इजाफा होगा। इसके बनने से पैसेंजर ट्रेनों के साथ ही चलने वाली बहुत सी मालगाडियों को वहां से हटा लिया जाएगा। यात्री ट्रेनों को अपने रूट पर ज्यादा ट्रैफिक न मिलने से समय पर अपनी मंजिल पर पहुंच जाएगी। 

डीएफसी का निर्माण

आप को बता दें की देश में अभी मालगाड़ियों और पैसेंजर गाड़ियों को एक ही ट्रैक पर चलती है। अब अगर किसी पैसेंजर गाड़ी को पास कराना हो तो मालगाड़ी को घंटों रोककर रखने से माल पहुंचने में देरी होती है। इसलिए डीएफसी का निर्माण किया जा रहा है।