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Delhi NCR Metro : द्वारका एक्सप्रेस वे से नहीं जुड़ेगी NCR के इस शहर की मेट्रो लाइन, चेक करें नया रूट

ग्रीन सिग्नल मिलने पर नए बदलाव पर काम शुरू कर दिया जाएगा। एचएमआरटीसी ने मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर 9-9ए से पालम विहार, उद्योग विहार होते हुए दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर साइबर सिटी तक मेट्रो लाइन प्रस्तावित की थी।

 

Agro Haryana, New Delhi हरियाणा सरकार की तरफ से ओल्ड गुड़गांव में प्रस्तावित मेट्रो अब द्वारका एक्सप्रेसवे से नहीं जुड़ पाएगी। हरियाणा मेट्रो रेल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एचएमआरटीसी) ने सेक्टर-101 की जगह सेक्टर-33 में मेट्रो डिपो तैयार करने का प्लान किया है।

इस प्लान को मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। ग्रीन सिग्नल मिलने पर नए बदलाव पर काम शुरू कर दिया जाएगा। एचएमआरटीसी ने मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर 9-9ए से पालम विहार, उद्योग विहार होते हुए दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर साइबर सिटी तक मेट्रो लाइन प्रस्तावित की थी।

पूर्व प्लान के मुताबिक सेक्टर 9-9ए के समीप से द्वारका एक्सप्रेस वे स्थित सेक्टर 101 को जोड़ा जाना था। इस सेक्टर में मेट्रो स्टेशन बनाने के साथ-साथ 13.5 एकड़ में मेट्रो डिपो बनाने का प्लान था।

अब एचएमआरटीसी ने जांच में पाया है कि एक तो यह जमीन वेट लैंड है। इसके चारों तरफ पानी भरा हुआ है। इसके साथ-साथ करीब 2.5 एकड़ जमीन प्राइवेट जमींदार की है, जिसका अधिग्रहण करना होगा।

इन दो कारणों के चलते एचएमआरटीसी ने इस प्लान में फेरबदल किया है। नए प्लान के मुताबिक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के पास सुभाष चौक से हीरो होंडा चौक के बीच सेक्टर 33 में करीब 13.5 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर किसी तरह का विवाद नहीं है।

अभी प्लान में क्या खास-
गुरुग्राम-मानेसर ले-आउट प्लान में यह जमीन ओपन स्पेस के लिए आरक्षित है। ऐसे में इस जमीन पर मेट्रो डिपो का निर्माण किया जा सकता है।

ऐसा करने से द्वारका एक्सप्रेसवे तक मेट्रो लाइन पहुंचाने की अभी जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे एस्टीमेट राशि कम हो जाएगी। एचएमआरटीसी के पूर्व प्लान के मुताबिक 27.5 किलोमीटर लंबे मेट्रो रूट पर 5452.72 करोड़ रुपये का खर्चा आना है।

बैठक में हुआ विचार विमर्श-
मेट्रो रूट बदलाव मामले को लेकर हाल ही में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी।

इसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल टीएल सत्यप्रकाश, एचएसवीपी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर अजीत बालाजी जोशी, जीएमडीए सीईओ पीसी मीणा, एचएमआरटीसी के डायरेक्टर कर्ण सिंह, प्रिंसिपल कंसलटेंट एसडी शर्मा, प्लानिंग एडवाइजर एन मेहतानी मौजूद थे।

क्या ओपन स्पेस में तैयार कर सकते हैं मेट्रो डिपो?
एचएमआरटीसी अधिकारियों ने बैठक में बात रखी है कि ओपन स्पेस का इस्तेमाल मेट्रो डिपो के लिए किया जा सकता है। हरियाणा सरकार के पास इस प्लान को बदलने की शक्तियां हैं।

टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वे इसकी जांच के बाद एचएमआरटीसी की तरफ से मेट्रो डिपो के बदलाव को रखे गए प्लान का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय में भेजा जाए।

इस डिपो में व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन की अनुमति नहीं होगी, यह प्रस्ताव में लिखा जाए। एचएसवीपी से ओपन स्पेस की जमीन को एचएमआरटीसी के नाम पर स्थानांतरित करने की अनुमति ली जाए।