UP New Project: उत्तरप्रदेश के इन 35 शहरों में लोगों को मिलेगी हाईटेक सुविधाएं, जानिए सीएम योगी का मास्टर प्लान
उत्तरप्रदेश को लेकर क्या है सीएम योगी का मास्टर प्लान? (UP CM News)
प्रदेश के लोगों को बेहतर सुविधा देने के मकसद से सीएम योगी ने उत्तरप्रदेश के शहरों को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया है। जिसके तहत अब यूपी के 35 शहरों में आने वाले समय में आपको हाईटेक सुविधाएं देखने को मिलेगी। जानकारी के लिए बतां दे कि हॉल में उत्तरप्रदेश में कई जगह बेतरतीब तरीके से शहरों के बढ़ने,बिना योजना के खेती की जमीन आदि में प्लाट काटने,अवैध कॉलोनियां खड़ी करने,शहरों में वाहनों का दबाव, रिहायशी इलाके के लिए जरूरी सड़क, सीवर लाइन, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर लोगों से काफी शिकायतें मिल रही थी। जिसको देखते हुए अब सीएम योगी द्वारा उत्तरप्रदेश के शहरों को लेकर खास प्लान तैयार किया गया है। सीएम योगी के इस मास्टर प्लान के तहत उत्तरप्रदेश के हर शहर को अब उसकी भौगोलिक स्थिति के हिसाब से विकसित करने की प्लानिंग है।
उत्तरप्रदेश के इन 35 शहरों में मिलेगी हाईटेक सुविधाएं (UP New Project)
उत्तरप्रदेश के सीएम योगी द्वारा शहरों के विकास को लेकर तैयार मास्टर प्लान के तहत यूपी के 35 शहरों में लोगों को हाईटैक सुविधाएं देखने को मिलेगी। इस लिस्ट में अयोध्या, अलीगढ़, सहारनपुर, देवरिया, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, मथुरा, आजमगढ़, प्रयागराज, बरेली, गाजीपुर, रामनगर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर और मुजफ्फरनगर आदि शहरों का नाम शामिल है। मीडिया को जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि योजना में शामिल बाकी शहरों को भी जल्द ही अप्रूव कर दिया जाएगा।
उत्तरप्रदेश के शहरों में लोगों को क्या मिलेगी खास सुविधा
उत्तरप्रदेश के शहरों में लोगों को आने वाले समय में हाईटैक सुविधा देखने को मिलेगी। जिसको लेकर सीएम योगी द्वारा मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। मास्टर प्लान के तहत उत्तरप्रदेश के शहरों में आने वाले समय में लोगों को ट्रैफिक जाम और अनियंत्रित वाहनों की समस्या खत्म करने के लिए आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम देखने को मिलेगा।
बसों, मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन को बिना जाम आदि से जूझे अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाया जाएगा। ताकि पैदल चलने वालों को सहूलियत रहे। दूसरी तरफ बारिश के पानी की निकासी और जलभराव की समस्या से निपटने के लिए सिस्टम को सुधारा जाएगा। यही नहीं शहरों में ग्रीन बेल्ट विकसित किए जाएंगे और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए नए पौधे लगाए जाएंगे।