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PM Kusum Yojna: विभाग ने 10,522 किसानों के सोलर ट्यूबवेल कनेक्शन के आवेदन कर दिए रद्द

Rajasthan : सरकार ने राजस्थान के किसानों के लिए एक खास स्कीम लॉंच की है, जिसमें किसानों को खेतों में पानी देने के लिए कुसुम योजना की शुरूआत की है। सरकार कुसुम योजना के तहत राजस्थान गंगानगर के 20 हजार किसानों को इस सुविधा का लाभ मिलने वाला है। लेकिन अभी तक इनको लाभ मिला नहीं है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
 

Agro Haryana, New Delhi सरकार ने राजस्थान के किसानों के लिए कुसुम योजना की शुरूआत की है। जिसमें किसानों ने आवेदन किए थे। लेकिन अब तक किसानों को सोलर पंप को लेकर कनेक्शन नहीं मिले हैं। सरकार ने राजस्थान गंगानगर के 10,500 किसानों के आवेदन को कैंसिल कर दिया है। 

वहीं, अब 10 हजार से अधिक किसानों के खेतों में सोलर लगाने की अनुमति शेष रह गई है। पंप के लिए उद्यान विभाग की ओर से लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद अनुमति जारी की जाएगी। उद्यान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 3120 किसानों के आवेदन सत्यापन के बाद पास कर दिए गए हैं।

जबकि 7,107 आवेदक किसानों के लोकेशन की जियो टैगिंग का कार्य चल रहा है। इसके बाद किसानों को अपने खेतों में सोलर पंप सेट के जरिए सूर्य की किरणों से बिजली पैदा कर बागवानी के लिए सिंचाई सुविधा मिलेगी।

इस कारण से रद्द हुए आवेदन-

बागवानी विभाग ने बताया है कि इस समय गंगानगर के 10,522 किसानों के आवेदन को पूरी तरह से खारीज कर दिया है। इसका कारण ये है कि कई किसानों ने बिजली का कनेक्शन ले रखा है तो कईयों ने अपनी जमीनें बेच दी है। 

3 एचपी, 5 और 7.5 एचपी के सोलर पंप सेट लगाने पर किसानों को 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। एससी वर्ग के किसानों को 45 हजार रुपए का अतिरिक्त लाभ भी दिया जाता है। अगर कोई किसान 10 एचपी का सोलर पंप लगाना चाहता है, तो उसे सिर्फ 7.5 एचपी का अनुदान मिलेगा।

बाजार में 7.5 एचपी के सोलर पंप की कीमत करीब 80 हजार रुपए बताई जा रही है। जिले में अब तक किसानों के खेतों में 21 हजार सोलर पंप लगाए जा चुके हैं। सोलर पंप सेट लगाने की शुरुआत वर्ष 2011-12 में हुई थी।

करीब 20 हजार से ज्यादा किसानों ने इसके लिए आवेदन किया था। लेकिन अब 10,522 किसानों के आवेदन खारीज कर दिए हैं। जिसमें लोस चुनावों के कारण प्रोसेस पूरा नहीं हुआ है।