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Indian Army College Admission: बच्चे का इस कॉलेज में करवा दें दाखिला, 100 फीसदी मिलेगी नौकरी

Indian Army College Admission: आज के समय में माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी परेशान रहते हैं। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको बताने वाले हैं कि आप अपने बच्चे का 12वीं कक्षा के बाद अगर इस कॉलेज में दाखिला करवाते हैं बच्चे को नौकरी अवश्य ही मिलने वाली है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
 

Agro Haryana, New Delhi Indian Army College: जब बच्चा 12वीं कक्षा को पास कर लेता है तो उसके बाद पेरेंट्स को ये चिंता होने लगती है कि अब आगे बच्चे का कहां और किस कॉलेज में दाखिला करवाएं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय ज्यादातर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका 12वीं कक्षा के बाद बच्चा मेडिकल (Medical Education) की पढ़ाई करे। मेडिकल की पढ़ाई के लिए बच्चे को पहले नीट की परीक्षा (NEET Exam) देनी पड़ती है। इस परीक्षा में पास होने के बाद ही बच्चे को मेडिकल की पढ़ाई के लिए एंट्री मिलती है।

अगर इसमें आपका नंबर नहीं आता है तो आप मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर सकते हैं। लेकिन आपका बच्चा अगर नीट की परीक्षा को पास नहीं कर पा रहा है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। हम आपको बताने वाले हैं कि आप अपने बच्चे को अगर इस कॉलेज में भेजते हैं तो आपको 100 फीसदी नौकरी मिलने वाली है। इस कॉलेज का नाम है आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग (Army College Of Nursing).

इन जगहों पर है भारतीय सेना आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग (Army College of Nursing) 

आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, जालंधर कैंट बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट (पंजाब) में आप दाखिला ले सकते हैं। जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग (एसीएन) कॉलेज की शुरूआत महिला आश्रितों के लिए की गई थी।

इस कॉलेज में दाखिला लेने के लिए भारतीय नौसेना (आईएन) और भारतीय वायु सेना (IAF) में सभी की एक-एक सीट आरक्षित है। ये आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के अंतर्गत काम करती है, जिसमें 137 आर्मी पब्लिक स्कूल और 12 कॉलेज हैं। 

दाखिले के लिए करें ये काम-

कॉलेज में दाखिले के लिए आपके मान्यता प्राप्त बोर्ड से 45 फीसदी अंकों के साथ फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट में 12वीं कक्षा पास होनी चाहिए। आपको बता दें कि भारतीय सेना/भारतीय वायु सेना/भारतीय नौसेना कर्मियों के बेटियों को एक-एक सीटें पहले से ही आरक्षित होती हैं।